प्यार , शब्द एक और मतलब अनेक। दुनिया की सबसे अनमोल चीज जिसने सबको एक दूसरे से जोड़े रखा है वो है प्यार। प्यार वो नहीं जो दिखाया जा सके बल्कि मेरे अनुभव में तो प्यार वो है जो जताया और निभाया ज्यादा जा सकता है। और देखा जाए तो ये दोनो पहलू बेहद महत्वपूर्ण हैं एक सफल प्रेम कहानी में। उस प्रेम कहानी में दोनो लोग एक दूसरे की कमजोरी में मजबूत कड़ी बनते हैं। उस प्रेम में दोनो लोग एक दूसरे का आंकलन नहीं करते। सच्चा प्रेम मेरे शब्दों में सिर्फ एक ही है और वो है जहां दोनो लोग एक दूसरे की खामियां गिनने की जगह एक दूसरे से हर पल कुछ सीखते रहते हैं। खैर आज हम उसी प्यार के बारे में बातें करेंगे और चूंकि मैं एक लड़का हूं तो मैं अपना दृष्टिकोण भी रखूंगा अपने नजरिए से।
दुनिया कहती है की प्यार का मतलब किसी को पाना है। लेकिन नहीं। अपनी जिंदगी के अनुभवों से बताऊं तो प्यार किसी को खोना भी होता है। और किसी को प्यार करने के लिए जो भी संघर्ष आप दिन प्रतिदिन करते हैं वो है प्यार। ज्यादातर ये होता है की लोगों को उनका प्यार आसानी से मिल जाता है और शायद इसीलिए उन्हें उस प्यार की कदर नहीं होती है। लेकिन सच्चा और पवित्र प्यार वही है जहां प्यार के लिए संघर्ष हो और उस प्यार को पाने के बाद भी कोई कमियां ही न हो। एक उदाहरण के रूप में देखते हैं। मान लीजिए मुझे किसी से प्यार है और बिना कुछ संघर्ष किए मुझे वह प्यार मिल जाता है तो आगे जा कर हम दोनो खुश नहीं रह पाएंगे। और ये उदाहरण के साथ मैं ये नहीं कहता की सब के साथ ऐसा ही होता है। सब जोड़ियां ऊपरवाला बना कर भेजता है और अगर आपको वो सही इंसान आसानी से भी मिल जाता है तब आप बहोत खुशकिस्मत हैं। दूसरा उदाहरण ये है की मुझे किसी से बेहद प्यार है। लेकिन उसको किसी और से है, इसी कारण मैं बस संघर्ष कर रहा हूं। उसको सीधा ही अपने प्यार के बारे में नहीं बता सकता क्योंकि उसकी इज्जत भी तो बहोत करता हूं। सही मायनों में कहूं तो वो है प्यार। आपको लगता भी है की वो आपकी नहीं हो सकती लेकिन उस सब के बावजूद आप उस व्यक्ति से बिना शर्त प्रेम करते हैं बिना किसी उम्मीद के भी लगे रहते हैं। उस प्यार में सिर्फ सामने वाली की एक झलक के लिए क्या क्या नहीं करते हैं। वो है प्यार। और अगर आपकी किस्मत अच्छी रह जाए और आपको वो प्यार मिल भी जाए न तब भी उसकी कदर और उसकी इज्जत पहले उदाहरण वाले प्यार से बहोत ज्यादा रहेगी हमेशा। और मैं अगर किसी का जीवनसाथी बनने की बात करूं तो उसमें आत्मा संबंध होना बेहद जरूरी है। क्योंकि अगर ऐसा है तो प्यार में होने वाली आधे से ज्यादा समस्याओं का समाधान है आपके पास। आप जिससे प्यार करते हैं और उससे बस मिलना चाहते हों तब ये आत्मा संबंध ही काम आता है। अगर आत्मा संबंध है तो आप सिर्फ अपने मन में ये इच्छा जाहिर कर के देखिए और मैं ये दावे के साथ कह सकता हूं की जो आपने सोचा है वो होगा। और ये सब मैं अपने सालों के अनुभव से लिख रहा हूं। आत्मा संबंध हो तो आपके मन में जो भी हो सामने वाले को पहले से ही पता होगा की आप क्या चाहते हैं। लेकिन उतना आसान भी नहीं है किसी से ये संबंध बना पाना।
इससे आगे मैं कुछ और लिखूं तो मैं कहूंगा की प्यार की कोई हद नहीं होती। आज कल के जमाने के पास एक हद होती जिस तक वो प्यार कर सकते हैं लेकिन सच कहूं तो अगर उसमें कोई हद है तो वो प्यार है ही नहीं बल्कि वो महज एक आकर्षण है। और रही बात आज के जमाने की, मैं 90 के दशक का हूं और उस समय से चलती आई चीजों का जिक्र करूं तो प्यार में ब्रेकअप नहीं होता। या तो प्यार होता है या नहीं होता। और प्यार 2 प्रकार का हो सकता है। एक तरफा और दो तरफा। अभी मुझे एक तरफा का अनुभव ज्यादा है और जानता हूं की जब मुझे प्यार हुआ तब मैं जिंदगी के किस मोड़ पर पहुंच चुका था। और मैं सच कहूं तो मैं अब वो इंसान भी नहीं रहा जो मैं ये सब होने से पहले था। सच्चा प्यार वोही है जिसमें मैं सामने वाले व्यक्ति के लिए अपना कुछ भी कुर्बान करने को तैयार रहूं। अंत में मैं यही कहूंगा की दुनिया में कोई भी उत्तम नहीं होता तो अगर आपको प्यार मिले तो थोड़ा समझाता कर के उसको चलाना सीखें। और आज कल जो समय चल रहा है उसको तो प्यार बिलकुल भी न समझें। और अगर आपको सच में प्यार हुआ है तो आपको खुद पर गर्व होना चाहिए की इस जिंदगी में कुछ नई भावनाओं को जाना। आपको अगर कैसे भी अपना प्यार मिले कभी मतलब संघर्ष के साथ या आसानी से ही क्यों न मिले बस उसकी कदर करें क्योंकि वो एक बहोत अनमोल रिश्ता है।
लेखक माणिक गुप्ता के बारे में...
माणिक गुप्ता छब्बीस साल के हैं। वह शामली (यू पी) से हैं और वर्तमान में गुड़गांव में कार्यरत हैं। वह पहले से ही 200+ एंथोलॉजी में सह-लेखक के रूप में काम कर चुके हैं। उन्हें लिखने का शौक है। उनका सपना अपनी मां का नाम रोशन करना है और उनको अपनी प्रेरणा बना कर जीवन में आगे बढ़ना। उन्होंने खुद की भी दो पुस्तक लिखी हैं जिनका नाम जज़्बात और इश्क की आरजू है।