Divya Sinha Wins Banabhatta Saahityik Puraskaar 2023
Banabhatta Saahityik Puraskaar 2023 by Cherry Book Awards is a literary award that recognizes and felicitates contemporary writers for their outstanding contribution to Indian Literature. The award aims to promote and celebrate the diversity of literature by honoring the works of emerging and established writers across different genres and languages. One of the most deserving winners of Banabhatta Saahityik Puraskaar 2023 is Divya Sinha.
About Divya Sinha
ये मध्यप्रदेश की रहने वाली हैं | इन्होंने अपनी लेखन यात्रा सितम्बर 2021 में शुरू की थी और अब तक 2000+ संकलनों में सह-लेखिका, 300+ संकलनों में संकलक, 200+ प्रोजेक्ट्स (एकल पुस्तिका एवं साझा-संकलन) में प्रोजेक्ट हेड के रूप में एवं 100+ प्रोजेक्ट्स में कन्टेंट एडिटर के रूप में कार्य कर चुकी हैं | मुन्शी प्रेमचन्द और महादेवी वर्मा को पढ़ कर इन्हें लेखन की प्रेरणा मिली | इन्हें 12 भारतीय भाषाओं का ज्ञान है | इन्होंने 2021 में सनसोली कम्पनी में 'हेड ऑफ डिजिटल मार्केटिंग' की पोस्ट पर कार्य किया है | सितंबर 2021 में इन्हें प्रौढ़ शिक्षा हेतु शिक्षिका के रूप में राज्य सरकार द्वारा अपने जिले की सर्वश्रेष्ठ शिक्षिका का अवॉर्ड मिला है | ये दिसंबर 2022 तक 'पेन एंड पेंसिल पब्लिकेशन' की को-फाउंडर रही हैं | अगस्त 2022 से दिसम्बर 2022 तक डब्ल्यू. पी. पब्लिकेशन (अमेरिकन पब्लिकेशन) में मैनेजर की पोस्ट पर कार्य किया है | इन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मैग्ज़ीन में लेख लिखे हैं | ये 'गुरुदक्षिणा', 'इश्क़ या अश्क', 'जवाबों का सवाल' नामक कथाओं की लेखिका भी हैं | इन्हें जे. ई. सी. पब्लिकेशन द्वारा 'बेस्ट कंपाईलर ऑफ द ईयर 2022' का अवॉर्ड दिया गया है और वर्तमान में ये जे. ई. सी पब्लिकेशन में 'हेड ऑफ एंथॉलॉजी डिपार्टमेंट' के पद पर कार्यरत हैं |
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About Banabhatta
Banabhatta was an Indian Sanskrit scholar and poet who lived in the 7th century CE. He is best known for his literary work, the Kadambari, a romantic novel that tells the story of the love between the prince Chandrapeeda and the princess Kadambari. Banabhatta was a prolific writer and also authored several other works, including the Harshacharita, a biography of the Emperor Harsha, and the Parvatiparinaya, a poem that describes the marriage of the god Shiva and the goddess Parvati. Banabhatta's contributions to Sanskrit literature are highly regarded and have had a lasting impact on Indian culture.